लॉकडाउन

लॉकडाउन में 31 मार्च तक यात्री ट्रेनों को भी बंद कर दिया गया है। ट्रेनों को बंद करना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, 1918 में जब भारत में स्पेनिश फ्लू फैला था, तब भी इस फ्लू को फैलाने में रेलवे की अहम भूमिका थी। रेल मंत्रालय की 2018-19 की रिपोर्ट बताती है कि इस दौरान सालभर में 844 करोड़ यात्रियों ने सफर किया था। वहीं, रोजाना 2.5 करोड़ यात्री रेल सफर करते हैं।


24 मार्च रात 12 बजे से लागू हो गया है और 14 अप्रैल तक लागू रहेगा। 21 दिन के लॉकडाउन के पीछे भी वजह है और वो ये कि कोई व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित है या नहीं, इसका पता 14 दिन के अंदर कभी भी लग सकता है। उसके बाद 5 से 7 दिन के अंदर दूसरों को भी संक्रमित कर सकता है। देश में कोरोनावायरस अभी दूसरी स्टेज में है और तीसरी स्टेज की तरफ जा रहा है। इससे बचने के लिए ही लॉकडाउन लगाया गया है। अगर लॉकडाउन नहीं होता, तो कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ने का खतरा है।