गरीबों को मदद

कोरोनावायरस की वजह से लॉकडाउन मजदूरों और गरीबों के लिए परेशानी बनता जा रहा है। इस बीच बस और ट्रेन की सुविधा नहीं होने की वजह से दिल्ली, गुजरात समेत दूसरे राज्यों से कुछ मजदूरों की अपने  गृह नगर जाने की खबरें आ रही हैं। कुछ को आशियाना और खाना की भी दिक्कत हो रही है। अच्छी खबर यह है कि देश के कई शहरों से मजदूरों और गरीबों को मदद करने के लिए लोग आगे आए हैं। लोग उन्हें खाना खिला रहे हैं और जरूरी सामान भी दे रहे हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र काशी के लोगों से बातचीत करते वक्त इस बात पर जोर दिया था। सवाल-जवाब के दौरान एक व्यक्ति अखिलेश ने पूछा था कि लॉकडाउन की वजह से गरीबों और मजदूरों के सामने मुश्किल है, इन पर ध्यान देने की जरूरत है? इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारे यहां कहा जाता है- साईं इतना दीजिए, जामे कुटुम्ब समाए; मैं भी भूखा न रहूं, साधु न भूखा जाए। जिनके पास ऐसा करने की शक्ति है, वे नवरात्रि से प्रतिदिन 9 गरीब परिवारों की मदद करने का प्रण लें। अगर इतना भी कर गए, तो मां की इससे बड़ी आराधना क्या हो सकती है। आपके आसपास जो पशु हैं, उनकी भी चिंता करनी है। लॉकडाउन की वजह से उनके सामने भी भोजन का संकट है। अपने आसपास के पशुओं का भी ध्यान रखें।'